Que. कंप्यूटर क्या है.कंप्यूटर का इतिहास. ( What is computer & History of Computer )

Ans. दोस्तों कंप्यूटर शब्द को आज कौन नहीं जनता. कम्प्यूटर जो की "Compute" शब्द से बना है.जिसका मतलब होता  है "गणना करना" . शुरुआती दिनों में कंप्यूटर को बनाने का एक मात्र उद्देश Mathimatical  Operations  को परफॉर्म करवाना  था. परन्तु आज हम कंप्यूटर पर सभी प्रकार के  कार्य करते है.
जैसे की संगीत सुनना, वीडियो देखना , गेम खेलना , इनफार्मेशन सेव रखना,इत्यादि.
इन्ही खूबियों के वजह से कंप्यूटर की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी और आज कंप्यूटर प्रत्येक विभाग जैसे collage , bank , Hospital , Library  , Scientific  Experiments इत्यादि  में प्रयोग किया जा रहा है.
सुरुआती दिनों में बना कंप्यूटर आज की कंप्यूटर से काफी अलग था आइये कंप्यूटर का संपूर्ण इतिहास विस्तार से पढ़े.

अबेकस ( Abacus ) दुनिया का पहला कंप्यूटर :

Abacus शब्द जो है वो ग्रीक शब्द ‘abax’ से आया है और जिसका मतलब होता है “calculating board” और पहला जो Abacus था वो चीन में आज से 500 ईसा पूर्व में बनाया गया था अबेकस का प्रयोग चीन में करीब १३०० इसा पूर्व से ही किया जाता आया है. यह बड़ी संख्या में calculations  करने का बहुत हे तेज माध्यम था. अबेकस को लकड़ी के बक्से को टेबल के रूप में करके बनाया जाता था .
यह एक ऐसा ऐसा यंत्र है जिसका इस्तेमाल जोड़ , घटाव , गुना और भाग से लेकर कुछ जटिल गणित की समस्याओं को सुलझाने में भी किया जा सकता है |




इलेक्ट्रॉनिक्स कंप्यूटर बनाने की शुरुआत १९४६ में हुए जब आधुनिक ज़माने का पहला कंप्यूटर बना .

कंप्यूटर की पीढियां ( Generation Of Computer )

कंप्यूटर के प्रथम पीढ़ी :- 1946 - 1956

प्रथम पीढ़ी का पहला कंप्यूटर जिसका नाम ENIAC  था . जिसे एकर्ट और मुचली ने बनाया था . इसमें 18000 vacuum tube का इस्तेमाल किया गया था . यह १८०० square  feet में फैला हुआ था और इसका वजन करीब ३० tons के बराबर था. और इसको चलने के लिये 150KW  Electricity  के आवश्यकता पड़ती थी. जो आज के करीब एक मुहल्ले  में यूज़ होने वाली बिजली के बराबर था.ये कंप्यूटर आकर में इतने बड़े होते थे की इनको एक जगह से दूसरे जगह नहीं ले जाया जा सकता था और ये काफी महंगे होते थे.


कंप्यूटर के दुतीय पीढ़ी :- 1956 - 1964

अब तक ट्रांसिस्टर का आविष्कार हो चूका था . ये बहुत ही  काम बिजली की खपत पर कार्य करते थे इस कारण अब कम्प्यूटर्स में vaccum  tube की जगह इनका प्रयोग  किया गया . ट्रांसिस्टर्स के प्रयोग से अब  कंप्यूटर का आकर  पहले की तुलना में काफी काम हो गया था. इन  transister ने  vaccum tube के तुलना में तेज गति एवं विस्वसनीयता प्रदान की .  दुतीय पीढ़ी के कंप्यूटर के साथ ही कुछ हाई लेवल लैंग्वेज जैसे COBOL  और FORTORN का भी आविष्कार हुआ. और साथ ही  कंप्यूटर के स्टोरेज capacity  भी बढ़ी. 




कंप्यूटर की तीसरी पीढ़ी : - 1965 - 1971

इस पीढ़ी के  कम्प्यूटर्स में IC जिसका पूरा नाम "इंट्रीग्रेटेड सर्किट" होता है का प्रयोग किया जाने लगा. अब कंप्यूटर में प्रयोग होने वाले सभी कॉम्पोनेन्ट को एक ही सर्किट बोर्ड पर एकीकृत किया जाने लगा . जिससे इनफार्मेशन का प्रवाह और तेज हुआ. फलस्वरूप कंप्यूटर सिस्टम की  स्पीड भी बढ़ी . अब कंप्यूटर का आकर घट कर एक बॉक्स जितना हो गया था . जिसको टेबल पर रखा जा सकता था. इस पीढ़ी की कंप्यूटर का प्रयोग अब धीरे-धीरे अलग अलग विभागों में शुरू हो गया था . जैसे : - इंडस्ट्रीज , लाइब्रेरी , साइंटिफिक एक्सपेरिमेम्न्ट्स इत्यादि .



कंप्यूटर की चौथी  पीढ़ी : - 1971 - 1980

कंप्यूटर की चौथी  पीढ़ी का इतिहास जो की १९७१ से १९८० का था . इस समय कंप्यूटर में IC के स्थान पर VLSI का प्रयोग किया जाने लगा था. जिसका पूरा नाम Very Large Scale Integration था.
अब कंप्यूटर सा साइज घट कर मात्र कुछ किलोग्राम का हो गया था. इस कंप्यूटर में इनफार्मेशन की प्रोसेसिंग के लिये Micro - Processor का यूज़ किया जाता था . इस प्रोसेसर की प्रॉसेसिंग सपीड ३००,००० वैक्यूम Tube से भी ज्यादा की थी. चौथी  पीढ़ी के कम्प्यूटर्स के स्टोरेज कैपेसिटी भी पहले के कम्प्यूटर्स के हिसाब से काफी हाई हो गई थी.ये GIGABYTE में इनफार्मेशन को स्टोर कर सकते थे.
और अब कम्प्यूटर्स के cost  भी काफी काम हो गई थी. अब लोग ऐसे अपने सामान्य उपयोग के लिये खरीदने लगे थे. चौथी  पीढ़ी का सबसे पहला माइक्रो कम्‍प्‍यूटर ALTAIR 8800  था .


कंप्यूटर की पाँचवी  पीढ़ी : - 1981 - Till now

कंप्यूटर की पाँचवी  पीढ़ी १९८१ से लेकर अब तक मानी जाती है. इस पीढ़ी के कंप्यूटर में ULSI  का प्रयोग किया जाता है.जिसका पूरा नाम ULTRA LARGE SCALE INTIGRATION होता है.इस केटेगरी में आने  वाले कम्प्यूटर्स साइज में बहुत ही छोटे पर हाई-टेक होते है. इस पीढ़ी के ख़ास विशेसता IA जोकि अर्टिफिकल  इंटेलीजेन्स है . को माना जाता है यहाँ पर आर्टिफीसियल   इंटेलीजेन्स से मतलब है की "कृतिम बुद्धि" अर्थात इन कम्प्यूटर्स को कुछ भी सिखाने की जरूरत नहीं होते ये स्वतः ही सब कुछ सीख लेते है . इसके example  के रूप में गूगल अस्सिस्टेंट  को देखा जा सकता है. जो के एक आर्टिफीसियल इंटेलीजेन्स  का प्रोग्राम है. जो यूजर के requirment  के हिसाब से स्वतः ही  उत्तर देता है. इन कम्प्यूटर्स में इनपुट देने की लिये हाई लेवल लैंग्वेज जैसे की :- JAVA  ,PYTHON  ,C ,C ++, इत्यादि का प्रयोग किया जाता है.